City Headlines

Home Politics मोदी उस समुंदरी चट्टान पर ध्यान देंगे, जहां 134 साल पहले विवेकानंद तैरकर पहुंचे थे।

मोदी उस समुंदरी चट्टान पर ध्यान देंगे, जहां 134 साल पहले विवेकानंद तैरकर पहुंचे थे।

by Nikhil

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक जून को मतदान के अंतिम चरण से पहले, तमिलनाडु के कन्याकुमारी में स्थित विवेकानंद मेमोरियल पर 24 घंटे का ध्यान करने का निर्णय लिया है। इस दौरान, विकसित भारत के संकल्प पर उनका विशेष ध्यान होगा, जो चुनावी अभियान के अंत में आता है।

प्रधानमंत्री मोदी, 30 मई से 1 जून तक कन्याकुमारी के दौरे पर रहेंगे। उन्हें विवेकानंद रॉक मेमोरियल का दौरा किया जाएगा, जहां उन्हें 30 मई से 1 जून तक ध्यान केंद्र में ध्यान कराया जाएगा। यह स्थान विवेकानंद ने अपने भारत दर्शन के दौरान तीन दिनों तक ध्यान किया था और विकसित भारत का सपना देखा था।

कन्याकुमारी का विवेकानंद रॉक मेमोरियल बेहद खास है, क्योंकि यहां स्वामी विवेकानंद ने अपने भारतीय यात्रा के दौरान ध्यान किया था। उन्होंने इस चट्टान पर भारत के गौरवशाली अतीत का स्मरण किया और एक विकसित भारत का सपना देखा। इस स्थान का पौराणिक महत्व भी है, जहां देवी पार्वती भगवान शिव की प्रतीक्षा करती थीं।

यहाँ भारत का सबसे दक्षिणी बिंदु है, जो भारत की पूर्वी और पश्चिमी तटरेखाओं का मिलन स्थान है। यहाँ हिंद महासागर, बंगाल की खाड़ी और अरब सागर का संगम स्थल भी है। प्रधानमंत्री मोदी कन्याकुमारी जाकर राष्ट्रीय एकता का प्रतीक बनाए जा रहे हैं। हालांकि तमिलनाडु में चुनाव समाप्त हो चुके हैं, परंतु प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा यह दिखाता है कि वे राजनीति के स्तर पर ऊपर उठकर अपने संकल्पों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उनका तमिलनाडु पर ध्यान चुनाव के बाद भी बना रहेगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लोकसभा चुनाव प्रचार अभियान समाप्त होने के बाद महत्वपूर्ण स्थानों का दौरा करना, एक पुरानी प्रथा नहीं है। २०१९ में, उन्होंने अंतिम मतदान से पहले केदारनाथ का दौरा किया था, जहाँ वे केदारनाथ मंदिर के पास रूद्र गुफा में ध्यान करने गए थे। उनकी ध्यानावस्था के दौरान खिंची गई तस्वीरें बेहद प्रसारित हुईं और उसके बाद, यह गुफा धार्मिक पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बन गई है। २०१४ में भी, प्रधानमंत्री ने छत्रपति शिवाजी महाराज के प्रतापगढ़ का दौरा किया था।