जियो-पॉलिटिक्स की दुनिया में दिलचस्प घटनाक्रम देखने को मिल रहे हैं, जहां हर देश अपने राष्ट्रीय हितों को साधने के लिए चालें चलते रहते हैं। हाल ही में रूस, ईरान और अजरबैजान के बीच गैस पाइपलाइन प्रोजेक्ट को लेकर महत्वपूर्ण विकास हुआ है। इस प्रोजेक्ट में अजरबैजान, जो कि इजरायल का करीबी सहयोगी माना जाता है, अब ईरान के साथ मिलकर रूस की योजना को आगे बढ़ाने के लिए सहमति दे चुका है। यह कदम वैश्विक राजनीति और ऊर्जा आपूर्ति की दिशा में एक महत्वपूर्ण मोड़ है।
रूस और ईरान ने अजरबैजान के रास्ते गैस पाइपलाइन बिछाने पर सहमति जताई है, और यह प्रोजेक्ट अब अपने अंतिम चरण में पहुंच चुका है। पाइपलाइन के निर्माण से जुड़े मुद्दों पर बातचीत अब गैस आपूर्ति की कीमतों के इर्द-गिर्द चल रही है। रूसी ऊर्जा मंत्री सर्गेई त्सिविल्योव ने इस महत्वपूर्ण विकास की पुष्टि की है, जिससे यह साफ होता है कि इस प्रोजेक्ट के जरिए इन तीन देशों के बीच ऊर्जा सहयोग बढ़ेगा।
यह गैस पाइपलाइन प्रोजेक्ट रूस और ईरान के लिए एक रणनीतिक कदम है, क्योंकि यह दोनों देशों को यूरोप और एशिया के बाजारों में गैस आपूर्ति को सुगम बनाने में मदद करेगा। वहीं, अजरबैजान के लिए यह कदम अपने ऊर्जा व्यापार को और अधिक प्रगति देने का अवसर होगा, जिससे उसकी भूमिका क्षेत्रीय ऊर्जा नीति में महत्वपूर्ण हो सकती है।