मुंबई/भंडारा: महायुति के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान एक बड़ी खबर सामने आई है। नागपुर के राजभवन में महागठबंधन मंत्रिमंडल के कुल 39 सदस्य शपथ ले रहे हैं, और इस बीच शिंदे गुट के विधायक नरेंद्र भोंडेकर ने मंत्री पद नहीं मिलने पर नाराजगी जताई है। उन्होंने शिवसेना के उपनेता और विदर्भ संयोजक पद से इस्तीफा दे दिया।
दरअसल, शिंदे गुट के कई विधायक मंत्री पद के इच्छुक थे, लेकिन मंत्री पद मिलने की स्थिति में नाराजगी दिखाते हुए भोंडेकर ने इस्तीफा दिया। महायुति में ढाई साल के फॉर्मूले के तहत मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ है, जिसमें शिंदे गुट के विधायक दावा करेंगे कि वे ढाई साल बाद पद छोड़ देंगे।
शपथ ग्रहण समारोह से पहले ही शिंदे गुट के भीतर मंत्री पद को लेकर असंतोष फैल चुका था। कई विधायक मंत्री बनने के लिए तत्पर थे, जिनमें से कुछ को इस बार मौका नहीं मिला।
इसके साथ ही, शिंदे गुट से शपथ ले रहे विधायकों में संजय शिरासाथ, गुलाबराव पाटिल, दादा भुसे, उदय सामंत, शंभुराज देसाई, योगेश कदम, प्रकाश अबितकर, प्रताप सरनाईक, और आशीष जयसवाल शामिल हैं।
नरेंद्र भोंडेकर ने 2019 में निर्दलीय चुनाव लड़ते हुए बीजेपी के अरविंद भालधरे को हराया था और 2024 में शिंदे गुट से कांग्रेस की पूजा थावकर को हराया था।