नई दिल्ली: तमिलनाडु की राजनीति में बड़ा फेरबदल होते हुए नजर आ रहा है। एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और उसकी पूर्व सहयोगी पार्टी अन्नाद्रमुक (AIADMK) के बीच गठबंधन की अटकलें जोर पकड़ रही हैं। इसकी वजह बनी है केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का शुक्रवार को तमिलनाडु का एक दिवसीय दौरा। उनका यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है, जब प्रदेश भाजपा नेतृत्व में बड़ा बदलाव हो रहा है — के. अन्नामलाई की जगह अब नैनार नागेंद्रन को पार्टी की तमिलनाडु इकाई का नया अध्यक्ष बनाया जाना तय है।
राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक, अन्नामलाई और AIADMK के बीच लंबे समय से टकराव की स्थिति रही है। उन्हें गठबंधन की राह में सबसे बड़ी अड़चन माना जाता रहा है। अन्नामलाई के हटने के बाद यह रास्ता साफ होता नजर आ रहा है।
गौरतलब है कि पिछले महीने अन्नाद्रमुक के वरिष्ठ नेता और तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री ई.के. पलानीस्वामी (EPS) ने दिल्ली में अमित शाह से मुलाकात की थी। इस बैठक के बाद से ही राजनीतिक गलियारों में दोनों दलों के फिर से एक मंच पर आने की चर्चाएं गर्म हो गई हैं। अगर यह गठबंधन फिर से बनता है, तो तमिलनाडु की राजनीति में नया समीकरण उभर सकता है, खासकर 2026 के विधानसभा चुनावों को देखते हुए।
अब सबकी नजरें अमित शाह के तमिलनाडु दौरे और उसके बाद आने वाले राजनीतिक संकेतों पर टिकी हैं।