राजस्थान के बालोतरा में रिफाइनरी के मुद्दे को लेकर सियासत में तकरार बढ़ गई है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने शुक्रवार को बालोतरा रिफाइनरी का निरीक्षण किया, जिससे बीजेपी और कांग्रेस के नेताओं के बीच तीखी नोंक-झोंक शुरू हो गई। इस मुद्दे पर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भजनलाल सरकार पर गंभीर सवाल उठाए, वहीं मुख्यमंत्री ने उन्हें करारा जवाब देते हुए तंज कसा। इस सियासी लड़ाई में अब बीजेपी के नेता राजेंद्र राठौड़ भी कूद पड़े हैं और गहलोत के बयान को हास्यास्पद करार दिया।
गहलोत ने बालोतरा रिफाइनरी को लेकर सरकार पर कई सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि रिफाइनरी के उत्पादित तेल का वितरण देशभर में या उत्तर भारत में होगा, यह अलग विषय है। मुख्य मुद्दा यह है कि रिफाइनरी के साथ एक आधुनिक पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स भी स्थापित किया जा रहा है। गहलोत ने सरकार से आग्रह किया कि वे इस परियोजना की गंभीरता को समझे और इसके लिए जरूरी तैयारी करें। खासकर पचपदरा और आसपास के क्षेत्रों में जो जमीनें पेट्रोकेमिकल उत्पादों और प्लास्टिक आधारित उद्योगों के लिए ईयरमार्क की गई हैं, वहां पर आवश्यक तैयारी अभी तक नहीं की गई है।
गहलोत ने कहा कि इस परियोजना के तहत बड़े पैमाने पर पेट्रोकेमिकल उत्पाद और उद्योग स्थापित किए जाने हैं, लेकिन इसके लिए उचित योजनाएं और बुनियादी ढांचा तैयार करने की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। इस पर सीएम भजनलाल शर्मा ने पलटवार करते हुए गहलोत की आलोचना की और कहा कि उनकी बातें बेमानी हैं। बीजेपी नेता राजेंद्र राठौड़ ने गहलोत के बयान को हास्यास्पद बताते हुए इसे सियासी विवाद से ज्यादा कुछ नहीं माना। इस सियासी उबाल ने बालोतरा रिफाइनरी को लेकर राजनीतिक तापमान को और बढ़ा दिया है।