उत्तर प्रदेश के वाराणसी के बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (Banaras Hindu University) में वाइस चांसलर की इफ्तार पार्टी को लेकर विवाद शुरू हो गया है. यूनिवर्सिटी के महिला महाविद्यालय में वीसी ने मुस्लिम स्टॉफ के लिए इफ्तार पार्टी (Iftar Party) का आयोजन किया था. जिसका वहां पर छात्रों ने विरोध किया और छात्रों का कहना है कि वीसी यूनिवर्सिटी में नई परंपरा को शुरू कर रहे हैं. छात्रों इसके विरोध में वीसी का पुतला फूंका और अपना विरोध जताया. छात्रों का कहना है कि अगर वीसी को इफ्तार पार्टी करनी है तो वह जामिया या जेएनयू (JNU) जा सकते हैं.
जानकारी के मुताबिक वीसी ने यूनिवर्सिटी अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए इफ्तार पार्टी का आयोजन किया था और जैसे ही यह खबर यूनिवर्सिटी के छात्रों को लगी. तो वहां पर हंगामा शुरू हो गया और विरोध दर्ज कराते हुए छात्रों ने कुलपति आवास के बाहर कुलपति सुधीर जैन का पुतला फूंका. छात्रों ने भविष्य में भी इसी मुद्दे पर आंदोलन की चेतावनी दी और कहा कि वीसी यूनिवर्सिटी में नई परंपरा को शुरू कर रहे हैं. उन्होंने अगर इफ्तार पार्टी देनी है तो उन्हें जामिया या जेएनयू जाना चाहिए.
बीएचयू में इफ्तार पार्टी का विरोध
उत्तर प्रदेश: BHU में कुलपति द्वारा इफ्तार पार्टी के आयोजन पर छात्रों ने हंगामा कर कुलपति का पुतला फूंका।
एक छात्र ने बताया, “विश्वविद्यालय में पिछले 5 साल से इफ्तार का आयोजन नहीं हुआ। पहली बार इसका आयोजन हुआ। विश्वविद्यालय द्वारा मजहबी रंग देने का प्रयास हो रहा है।” (27.04) pic.twitter.com/kYrXQon7YB
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 28, 2022
छात्रों ने पुतला फूंका
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक छात्रों का एक समूह कुलपति आवास के बाहर पुतला दहन करने पहुंचा और वहां पर उन्होंने जमकर नारेबाजी की. प्रदर्शन कर रहे छात्र शुभम ने बताया कि पूर्व वीसी गिरीश चंद त्रिपाठी ने अपने कार्यकाल में नवरात्र में फलों के भोजन की परंपरा शुरू की थी और अब वीसी संस्थान में नई परंपरा शुरू कर रहे हैं और इसे किसी हाल में स्वीकार्य नहीं किया जाएगा. छात्रों का कहना है कि अगर कुलपति इफ्तार करना चाहते हैं तो वह एएमयू या जामिया जा सकते हैं और बीएचयू में उनकी जरूरत नहीं है.
बीएचयू में आज तक नहीं हुई इफ्तार पार्टी
बीएचयू के रिसर्च स्टूडेंट आशीर्वाद दुबे और पतंजलि पांडेय का दावा है कि बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी में आज तक इस तरह से कोई इफ्तार पार्टी का आयोजन नहीं किया गया है. लेकिन वीसी एक नई परंपरा को शुरू कर रहे हैं. उनका आरोप है कि इफ्तार पार्टी का आयोजन महिला कॉलेज में इसलिए किया गया. ताकि छात्र इसका विरोध ना कर सकें.