गोपेश्वर
नारायण भगवान के जयकारों के बीच बदरीनाथ धाम के कपाट रविवार सुबह विधि विधान से श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए हैं। इसी मुहूर्त में भविष्य बदरी मंदिर के भी कपाट खोले गए।
भविष्य बदरी का मंदिर जोशीमठ नीती मार्ग पर भविष्य बदरी गांव में है। रावल ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी विधिविधान से पूजा अर्चना के बाद बदरीनाथ धाम के कपाट खोले।
सर्वप्रथम मां लक्ष्मी को परिक्रमा स्थल में लक्ष्मी मंदिर में विराजमान किया गया। इसके बाद उद्धव जी व कुबेर जी को गर्भ गृह में स्थापित किया गया। कपाट खुलने के साक्षी बनने के हजारों की संख्या में श्रद्धालु रात ही धाम पहुँच गए थे।