लबंगाल हिंसा पर विरोध जताने के लिए कई वकील दिल्ली की सड़कों पर उतरे हैं। इसके चलते आज कई एडवोकेट हाथ में फाइलों की जगह बैनर लिए नजर आए। न्याय की लड़ाई अब राष्ट्रीय स्तर पर लड़ी जाएगी। लोगों का कहना है कि भारत न्याय के लिए लड़ेगा, भारत बंगाल के लिए लड़ेगा।
पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद हुई हिंसा को लेकर राज्य के प्रभावित लोगों के संघर्ष और लड़ाई को उजागर करने के लिए सभी अधिवक्ताओं/वकीलों ने राष्ट्रीय राजधानी में शांतिपूर्ण कैंडल मार्च निकाला। पटियाला हाउस कोर्ट के पास एकत्रित हुए। बंगाल में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है, जिसकी आवाज दिल्ली में सुनाई दी। बता दें कि सभी वकील लॉयर्स फॉर जस्टिस बैनर के तहत राजधानी में एकत्रित हुए।
वकीलों का कहना है कि जिस तरह की अवस्था बंगाल में बन गई है उसके चलते वहां राष्ट्रपति शासन लागू होना चाहिए। केंद्र सरकार को खुद इस मामले की जांच करनी चाहिए। बंगाल के पीड़ितों को डराया-धमकाया जा रहा है। ये लड़ाई वकीलों ने जस्टिस के लिए शुरू की है। बंगाल में जिस तरह पॉलिटिकल मर्डर हो रहे हैं वो सही नहीं हैं।
लोगों को वोट के नाम पर जलाया जा रहा है, महिलाओं का रेप किया जा रहा है और कुछ को जान से मारा जा रहा है। ये गलत है और खुद प्रधानमंत्री को इस मामले को देखना चाहिए। इसी के साथ ही सभी वकील राजधानी दिल्ली में भारी संख्या में पटियाला कोर्ट के बाहर खड़े हुए। यहां उन्होंने बंगाल में हुई हिंसा के खिलाफ आवाज उठाई है।