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बंगाल में TMC की जीत के एक साल: ममता बनर्जी सरकार शुरू करेगी नया जनसंपर्क अभियान, पंचायत चुनाव पर होगा फोकस

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पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ( Mamata Banerjee ) की तीसरी बार सत्ता में आने के बाद 5 मई को पहली सालगिरह है. ममता बनर्जी ने पिछले साल इसी दिन शपथ ली थी. इस दिन से टीएमसी (TMC) नया जनसंपर्क अभियान शुरू करेगी. टीएमसी का चुनाव अगले साल होने वाले पंचायत चुनाव (West Bengal Panchayat Chunav) पर होगा. पंचायत स्तर पर तृणमूल सरकार पर भरोसा कायम रखने के मकसद से टीएमसी फिर से नया जनसंपर्क कार्यक्रम शुरू करेगी. तृणमूल कांग्रेस के नेताओं का दावा है किपिछले विधानसभा वोट से पहले ‘दीदी के बोलो’ कार्यक्रम राज्य के लोगों के बीच बहुत लोकप्रिय हुआ था. आम लोगों की शिकायतों को जानने के लिए तृणमूल कांग्रेस फिर से ऐसे कार्यक्रम लाने जा रही है, जिससे जनसंपर्क और भी मजबूत किया जा सके.

सूत्रों ने बताया कि इस तरह का कार्यक्रम 5 मई से शुरू होगा. तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी खुद इस तरह के कार्यक्रम की शुरुआत करेंगी. कुछ दिनों पहले, उत्तर बंगाल की अपनी यात्रा के दौरान तृणमूल नेता ममता बनर्जी ने ‘दीदी के बोलो-2’ जैसे कार्यक्रमों को फिर से शुरू करने का संकेत दिया था. पांच मई को ही ममता बनर्जी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है.

बोगटुई हिंसा और रेप की घटनाओं के बाद टीएमसी नेतृत्व सचेत

बोगटुई कांड और हंसखाली कांड जैसी हालिया घटनाओं के सामने आने के बाद तृणमूल नेतृत्व सतर्क हो गया है. तृणमूल कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व का कहना है कि पंचायत चुनाव से पहले पार्टी के किसी नेता पर भ्रष्टाचार के आरोप बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे. इस स्थिति में, यदि जनसंपर्क कार्यक्रम शुरू होता है, तो कम से कम कुछ हद तक लोगों के लिए टीएमसी नेताओं की छवि बहाल की जा सकती है. गौरतलब है कि 5 मई को पार्टी के इस कार्यक्रम के साथ ही ‘पाड़ाय सामाधान’ कार्यक्रम भी शुरू हो रहा है. पहले से ही बंगाल में ‘दुआरे सरकार’ कार्यक्रम चल रहा है, जिसके माध्यम से प्रशासनिक अधिकारी स्थानीय लोगों की समस्याओं का समाधान करते हैं.

जनसपंर्क अभियान से जनता के पास जाने की टीएमसी की योजना

बता दें कि पश्चिम में 2018 के लोकसभा चुनाव के दौरान टीएमसी को करारा झटका लगा था. बीजेपी ने 42 में से 18 सीटें जीत ली थी, लेकिन उसके बाद टीएमसी ने व्यापक रूप से जनसंपर्क अभियान शुरू किया था और इसका परिणाम 2021 के विधानसभा चुनाव में देखने को मिला था. टीएमसी ने फिर से सत्ता हासिल की थी. उसी तरह से जिस तरह से पार्टी नेताओं पर भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे हैं और दुष्कर्म के लगातार मामले आ रहे हैं. उसके बाद ममता बनर्जी की सरकार ने फिर से सरकार की पहली बरसी पर नया जनसंपर्क अभियान शुरू करने का निर्णय किया है, ताकि जनता की शिकायतों को दूर किया जा सके.

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