एलआईसी (LIC) के आईपीओ के लिये आम निवेशकों से लेकर खास निवेशकों तक के बीच काफी उत्साह है. मनीकंट्रोल की एक खबर के मुताबिक 21 हजार करोड़ रुपये के आईपीओ (IPO) से पहले ही एलआईसी शेयरों के प्री-आईपीओ प्लेसमेंट के जरिये 5 हजार करोड़ रुपये जुटा सकती है. वहीं मीडिया में आई खबरों के मुताबिक एंकर इनवेस्टर (Anchor Investor) पहले ही 13 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा के निवेश की प्रतिबद्धता जता चुके हैं, यानि एलआईसी के द्वारा ऑफर शेयरों से दो गुना से ज्यादा शेयरों के लिए बड़े निवेशकों ने अपनी तैयारी की है. इससे संकेत मिल रहे हैं कि एलआईसी के आईपीओ को निवेशकों की तरफ से अच्छा रिस्पॉन्स मिल सकता है.
प्री प्लेसमेंट के जरिये 5630 करोड़ रुपये जुटाने की योजना
मनी कंट्रोल की रिपोर्ट के अनुसार एलआईसी प्राइस बैंड की ऊपरी स्तर के आधार पर प्री-आईपीओ प्लेसमेंट के जरिए 5630 करोड़ रुपये जुटा सकती है. एलआईसी ने आईपीओ के लिये 902-949 रुपये का प्राइस बैंड तय किया है. आईपीओ पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल होगा जिसमें 22 करोड़ से ज्यादा शेयरों की बिक्री की जाएगी, एंकर इनवेस्टर के लिए 5.9 करोड़ शेयर रखे गये हैं. कर्मचारियों के लिये 15.8 लाख शेयर जबकि पॉलिसी होल्डर के लिये 2.2 करोड़ शेयर रखे गए हैं. एंकर इनवेस्टर के लिये इश्यू 2 मई को खुलेगा. वहीं आईपीओ 4 मई से 9 मई के बीच खुला रहेगा. सूत्रों के मुताबिक, एलआईसी आईपीओ में 4 से 5 ग्लोबल एंकर निवेशक बोली लगा सकते हैं. इसके अलावा, घरेलू एंकर निवेशक भी आईपीओ में शामिल हो सकते हैं.
इश्यू के जरिये सरकार को मिलेंगे 21 हजार करोड़
आईपीओ के जरिए सरकार सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी में अपनी 3.5 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचेगी. इससे सरकार को 21,000 करोड़ रुपए मिलेंगे. आईपीओ के आधार पर एलआईसी का मूल्यांकन छह लाख करोड़ रुपए बैठता है. इश्यू साइज में लगातार कटौती की गई है, रूस यूक्रेन संकट की वजह से बिगड़े सेंटीमेंट्स को देखते हुए सरकार ने इश्यू साइज में कटौती की है. हालांकि इश्यू साइज घटाने के बाद भी ये देश का अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ होने जा रहा है. एलआईसी के आईपीओ में ज्यादा से ज्यादा छोटे निवेशकों को जोड़ने के लिये एलआईसी के कर्मचारियों और पॉलिसी धारकों को डिस्काउंट देने का भी ऐलान किया गया है. संभावना है कि इश्यू की लिस्टिंग 17-18 मई को होगी. एंकर निवेशकों के लिए आईपीओ 2 मई को खुलेगा.
कैसा रहा है एलआईसी का प्रदर्शन
वित्त वर्ष 2022 में अब तक एलआईसी ने भारत में करीब 2 करोड़ 17 लाख पॉलिसियां बेची हैं. वहीं अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में एलआईसी को 235 करोड़ रुपए का शुद्ध मुनाफा हुआ. अप्रैल से दिसंबर 2021 के बीच शुद्ध मुनाफा बढ़कर 1,671.57 करोड़ रुपए हो गया. वहीं पिछले वित्त वर्ष में नए कारोबार से एलआईसी ने 1,98,759.85 करोड़ रुपये का प्रीमियम जुटाया. यह एक साल पहले के 1,84,174.57 करोड़ रुपए की तुलना में करीब आठ फीसदी अधिक है. वहीं जीवन बीमा कारोबार में हिस्सेदारी के नजरिये से देखें तो एलआईसी का इस बाजार के 63.25 फीसदी हिस्से पर कब्जा है जबकि बाकी 36.75 फीसदी हिस्सा 23 निजी कंपनियों के पास है. एलआईसी 2021 में वैश्विक ब्रांड रैंकिंग में 32 स्थान की छलांग के साथ 206वें स्थान पर पहुंच गई है. ब्रांड फाइनेंस के अनुसार 2021 में 8.655 अरब डॉलर मूल्यांकन के साथ एलआईसी देश में सबसे बड़ा और मजबूत ब्रांड है. इसका मूल्यांकन 2020 में 8.11 अरब डॉलर था. यानी इसमें 6.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई.