प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के किसानो के लिए किसानों के लिए पीएम किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Samman Nidhi Yojana)चलायी है.इस योजना में लघु एवं सीमांत किसानों (Small Farmers) को साल में 6000 हजार रुपए किसानों के लिए दिए जाते हैं. उत्तर प्रदेश के बरेली जनपद में किसान सम्मान निधि योजना में 3 करोड रुपए का फर्जीवाड़ा (PM Kisan Yojana Fraud) सामने आया है. इसके तहत वैसे किसान भी इस योजना का लाभ ले रहे थे जो इनकम टैक्स भर रहे थे. योजना का लाभ लेने के लिए पात्रता नहीं रखने के बावजूद किसानों नें इसका लाभ लिया है. 300 ऐसे दंपति थे जिन्होंने एक ही जमीन पर अलग-अलग निधि का लाभ ले लिया अब ऐसे किसानों के खिलाफ कृषि विभाग ने नोटिस जारी करके उनसे वसूली करने का आदेश दिया.
दरअसल बरेली के जनपद के 5.02 लाख किसानों ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के लिए ऑनलाइन आवेदन (PM Kisan Application) किया था. आवेदन के साथ लगाई गई खतौनी के आधार पर किसानों को उनके खातों में सीधे रकम भेजी गई. मार्च 2019 से लेकर अब तक किसी किसान को पांच तो किसी को छह किस्त मिल चुकी हैं. एक किस्त में दो हजार रुपये मिलते हैं. जब भारत सरकार के स्तर पर आवेदनों के सत्यापन किया यह तब और इनकम टैक्स देने वाले किसानों का जिलेवार रिकॉर्ड खंगाला गया तो इस तरह से फर्जी किसानों की पोल खुल गई. बरेली जिले में तीन हजार से ज्यादा ऐसे किसान मिले जो योजना के पात्र ही नहीं थे. सरकार ने अपात्र किसानों का रिकॉर्ड कृषि विभाग को भेजा तो हड़कंप मच गया. इस तरह से बरेली जनपद में लगभग तीन करोड़ का फर्जीवाड़ा हो गया इसमें ऐसी भी किसान हैं जो संविधानिक पद पर तैनात है तथा जिला पंचायत सदस्य विधायक और वर्तमान सांसद तथा राज्य व केंद्र सरकार के कर्मचारी तथा आयकर अदा करने वाले किसान है.
गरीबों किसानों कल्याण के लिए कार्य कर रही है सरकार
बरेली के बिथरी विधानसभा के भाजपा विधायक डॉ राघवेंद्र शर्मा किसान सम्मान निधि योजना में फर्जीवाड़े पर कहा है यह कि देश का दुर्भाग्य है ऐसे मामले सामने आ रहे हैं. सरकार को किसानों कि चिंता है इसलिए उनके हित के लिए सरकार कार्य कर रही है पर ताकि वो बेहतर जीवन जी सके और उनकी कमाई बढ़ सके, साथ ही कोई भी किसान गरीब नहीं रहे. इन सब कारणों को लेकर इसलिए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की शुरुआत की गई. लेकिन कुछ लालची लोग, जिनका अपना कोई चरित्र नही है उन लोगो ने इस दुरुपयोग करके किसान सम्मान निधि हड़प ली. पर अब उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.
फर्जी लाभुकों को जारी किए जा रहे नोटिस
जिला कृषि अधिकारी धीरेंद्र चौधरी कहा जिन किसानों ने फर्जी तरह से निधि का लाभ लिया है उनसे वसूली के लिए नोटिस जारी किए जा रहे हैं.
इस पूरे मामले में बरेली के जिला कृषि अधिकारी धीरेंद्र चौधरी ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत लघु एवं सीमांत किसानों लाभ दिया जाता है. इस योजना के तहत किसानों को तीन बराबर किस्तों में सालाना छह हजार रुपये मिलने हैं. इसके लिए जिन किसानों के नाम खतौनी में दर्ज थे, उनको आवेदन करने थे. जैसे ही योजना शुरू हुई तो लाभ उठाने के लिए तमाम किसानों ने आवेदन कर दिए. आवेदन के बाद कृषि विभाग 10 फीसदी आवेदनों की जांच करवाता है. वे किसान जो सांविधानिक पद पर तैनात हैं, जिला पंचायत सदस्य, पार्षद, विधायक, पूर्व या वर्तमान सांसद, राज्य व केंद्र सरकार के कर्मचारी, पेंशनभोगी, आयकर देने वाले किसान हैं उन्होंने ने भी पीएम सम्मान निधि योजना का लाभ उठाया है. उनसे वसूली के लिए नोटिस जारी किए जा रहे हैं.