लखनऊ
ट्रैफिक और स्थानीय पुलिस ने शासन के आदेश को भी ताक पर रख दिया है। ट्रकों की खिड़की से एक बंद मुट़ठी निकलती है और नो एंट्री खुल जाती है। नो एंट्री खुलते ही चोक हो जाता है कानपुर राजमार्ग। सुविधा शुल्क वसूलते सिपाहियों के पकड़े जाने के बाद मार्च में नो-एंट्री व्यवस्था लागू की गई जो एक माह भी न चली। पिछले साल नौ अक्टूबर को भी कानपुर रोड पुरानी चुंगी पर नो-एंट्री के नाम पर दिल्ली और राजस्थान के ट्रकों को रोककर रुपये वसूल रहे ट्रैफिक विभाग के दो होमगार्ड और एक सिपाही को संयुक्त पुलिस आयुक्त पीयूष मोर्डिया ने रंगे हाथ पकड़ा था।
इस घटना से कानपुर रोड पर लगने वाले जाम का काला सच भी सामने आ गया था। पुलिस नो-एंट्री के नाम पर भारी वाहनों को शहर के मुख्य नाकों पर रोकती है अपनी जेबें भरती है। मुख्य नाकों पर भारी वाहनों के जरा सी देर रुकने से भीषण जाम लग जाता है। सुबह छह बजे के बाद से रात 11 बजे तक सड़क पर बेधड़क दौड़ते इन वाहनों के कारण सबसे अधिक जाम कानपुर रोड, सीतापुर रोड, रायबरेली रोड, हरदोई रोड और फैजाबाद रोड पर लगता है।
शहरवासियों को जाम से निजात दिलाने और रेंग-रेंगकर चल रहे यातायात को रफ्तार देने के लिए सुबह छह से रात 11 बजे तक कमर्शियल वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित कर दिया गया था। इस दौरान इन वाहनों के लिए डायवर्जन व्यवस्था लागू की गई है। गैर जनपदों से आने वाले भारी वाहन शहर के बाहरी मार्गों से ही दूसरे जनपदों को जाएंगे।
जिन वाहनों के शहर के अंदर भाड़ा लेकर आना होगा वह रात 11 बजे के बाद आएंगे। इसके लिए बाहरी इलाकों में प्रमुख स्थानों पर पिकेट ड्यूटी भी लगाई जानी थी। इस व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए शहर के सीमावर्ती इलाकों पर बैरियर प्वाइंट बनाएं जाने थे पर अब तक कहीं कुछ नहीं हुआ।
जुनाबगंज तिराहा, कटी बगिया (बंथरा), आईआईएम रोड, भिठौली तिराहा (सीतापुर रोड), दुबग्गा तिराहा, बुद्धेश्वर चौराहा (हरदोई रोड), शहीद पथ तिराहा, नादरगंज तिराहा (कानपुर रोड), पीजीआई, उतरेटिया, मोहनलालगंज कस्बा चौराहा (रायबरेली रोड), कमता, देवा रोड, बीबीडी नगर तिराहा (फैजाबाद रोड), अहिमामऊ, गोसाईगंज (सुलतानपुर रोड)।
डीसीपी ट्रैफिक सुभाष चंद्र शाक्य के अनुसार नो-एंट्री के लिए पड़ोसी जिलों से बात चल रही है। वह अभी वाहन खड़े करने के लिए जगह नहीं दे सके हैं। जगह मिलते ही व्यवस्था लागू कर दी जाएगी। शहर के सीमावर्ती इलाकों से अभी कर्मशियल वाहनों की डायवर्जन लागू किया गया है। कानपुर रोड पर ट्रांसपोर्ट नगर और मौरंग मंडी के लिए जो वाहन आते हैं वह सुबह गाडिय़ां खाली करके देर से निकल पाते हैं। ऐसे वाहन भी जब कहीं मिल जाते हैं तो उनका चालान किया जाता है।