नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2025 में अपना पहला पॉडकास्ट इंटरव्यू दिया, जिसमें उन्होंने अपने जीवन के कई अनछुए पहलुओं को साझा किया। इस दौरान उन्होंने अपने बचपन से लेकर मुख्यमंत्री बनने तक के सफर की गहरी बातें साझा की और उन अनुभवों के बारे में बात की, जिन्होंने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाया। पीएम मोदी ने अपने छात्र जीवन के बारे में भी याद करते हुए कहा कि उन्होंने अपने दोस्तों से बहुत कुछ सीखा और उनके साथ बिताए गए समय ने उनकी सोच और दृष्टिकोण को आकार दिया।
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि उन्होंने अपनी मुश्किलों को केवल सहन ही नहीं किया, बल्कि उन्हें अपने जीवन का हिस्सा मानकर उनसे प्यार करना भी सीखा। उन्होंने यह भी कहा कि उनका जीवन हमेशा संघर्षों और चुनौतियों से भरा रहा, लेकिन इन सबका सामना करते हुए उन्हें बहुत कुछ सिखने का मौका मिला। पीएम मोदी ने अपने दृष्टिकोण को साझा करते हुए कहा, “मैं मुसीबतों को मोहब्बत करना सीख गया हूं।”
अपने कार्य और जीवन की प्राथमिकताओं के बारे में बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि उनका जीवन हमेशा किसी उद्देश्य के लिए समर्पित रहा है। उन्होंने बताया, “मैं सपनों के लिए खप जाता हूं। मेरा उद्देश्य यह होता है कि किसी कार्य से कुछ सकारात्मक निकले।” पीएम मोदी ने यह भी साफ किया कि उनका कोई व्यक्तिगत उद्देश्य नहीं है, बल्कि उनका ध्यान हमेशा देश के लिए कुछ बेहतर करने पर रहता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि उन्होंने अपनी विचारधारा को हमेशा ‘नेशन फर्स्ट’ के सिद्धांत पर आधारित रखा है। उनका मानना है कि यह विचारधारा न केवल उनकी राजनीतिक दृष्टि का हिस्सा है, बल्कि उनके जीवन का मूलमंत्र भी है। उन्होंने इस बारे में कहा, “अगर यह मेरी टैगलाइन है तो इसमें जो भी फिट बैठता है, मैं उसे स्वीकार करने के लिए तैयार हूं।”
पीएम मोदी ने बताया कि वे हमेशा नए विचारों और चीजों को अपनाने के लिए तैयार रहते हैं, ताकि वे राष्ट्र की सेवा में कुछ नया और बेहतर कर सकें। उन्होंने कहा, “मैं नई चीजों को स्वीकार करने के लिए तैयार करता हूं, क्योंकि यही विकास की राह है।” इस पॉडकास्ट के जरिए पीएम मोदी ने अपने जीवन, संघर्षों और विचारधारा के बारे में एक स्पष्ट दृष्टिकोण साझा किया, जो उनके समर्थकों और देशवासियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन सकता है।