City Headlines

Home Uncategorized पीएम मोदी ने असम में सात कैंसर अस्पतालों का किया उद्घाटन, कहा- पहले यहां सुनाई देती थी गोलियों की आवाज, अब गूंज रही हैं तालियां

पीएम मोदी ने असम में सात कैंसर अस्पतालों का किया उद्घाटन, कहा- पहले यहां सुनाई देती थी गोलियों की आवाज, अब गूंज रही हैं तालियां

by

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) गुरुवार को असम के दौरे पर गए. इस दौरान उन्होंने सात नए कैंसर अस्पतालों का उद्घाटन किया. पीएम ने असम के दीफू में आयोजित रैली में कहा, जिस राज्य में भी डबल इंजन वाली सरकार है, वहां पर सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास की भावना से काम हुआ है. पीएम मोदी यहां पर ‘शांति एवं विकास रैली’ में शामिल होने के लिए पहुंचे. उन्होंने कार्बी आंगलोंग जिले के दीफू में लोगों को संबोधित किया. वहीं, पीएम मोदी ने लोगों को मंच से संबोधित करने से पहले अपना सुरक्षा घेरा तोड़कर वहां मौजूद लोगों और बच्चों से हाथ भी मिलाया.

लोगों को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा, मुझे जब-जब आपके बीच आने का मौका मिला है, आपका भरपूर प्यार, आपका अपनापन देखकर ऐसा लगता है कि जैसे ईश्वर का आशीर्वाद मिल रहा है. इतनी बड़ी संख्या में आप लोग यहां आए हैं. वो भी अपनी परंपरागत वेशभूषा में आए हैं. इसके लिए मैं आपका हृदय से आभार व्यक्त करता हूं. उन्होंने कहा कि ये सुखद संयोग है कि आज जब देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है. तब हम इस धरती के महान सपूत लचित बोरफुकान की 400वीं जन्मजयंति भी मना रहे हैं. उनका जीवन राष्ट्रभक्ति और राष्ट्रशक्ति की प्रेरणा है. कार्बी आंगलोंग से देश के इस महान नायक को मैं नमन करता हूं.

डबल इंजन की सरकार ने किया सबका विकास

प्रधानमंत्री ने कहा, भाजपा की डबल इंजन की सरकार जहां भी हो, वहां सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास और सबका प्रयास की भावना से काम करते हैं. आज ये संकल्प कार्बी आंगलोंग की धरती पर फिर से सशक्त हुआ है. उन्होंने कहा कि आज जो शिलान्यास के कार्यक्रम हुए हैं, ये सिर्फ किसी इमारत का शिलान्यास नहीं है, ये यहां नौजवानों के उज्ज्वल भविष्य का शिलान्यास है. उच्च शिक्षा के लिए अब यहीं पर उचित व्यवस्था होने से अब गरीब से गरीब व्यक्ति भी अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा दे पाएगा.

पूर्वोत्तर की सुरक्षा स्थिति पर कही ये बात

लोगों को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा, असम की स्थायी शांति और तेज विकास के लिए जो समझौता हुआ था. उसको जमीन पर उतारने का काम आज तेज गति से चल रहा है. हथियार छोड़कर जो साथी राष्ट्र निर्माण के लिए लौटे हैं, उसके पुनर्वास के लिए भी बेहतर काम किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि आप सभी ने बीते दशकों में एक लंबा समय बहुत मुश्किलों से गुजारा है. लेकिन 2014 के बाद नार्थ ईस्ट में मुश्किलें लगातार कम हो रही हैं, लोगों का विकास हो रहा है. कार्बी आंगलोंग या दूसरे जनजातीय क्षेत्रों में हम विकास और विश्वास की नीति पर ही काम कर रहे हैं.

पीएम मोदी ने कहा, आज पूरा देश ये देख रहा है कि बीते सालों में हिंसा, अराजकता और अविश्वास की दशकों पुरानी समस्याओं का कैसे समाधान किया जा रहा है. पहले जब इस क्षेत्र की चर्चा होती थी, तो कभी बम और कभी गोली की आवाज सुनाई देती थी. लेकिन आज तालियां गूंज रही हैं. उन्होंने कहा, नॉर्थ ईस्ट में सरकार और समाज के सामुहिक प्रयासों से जैसे-जैसे शांति लौट रही है. वैसे-वैसे पुराने नियमों में भी बदलाव किया जा रहा है. लेकिन बीते 8 सालों के दौरान स्थाई शांति और बेहतर कानून व्यवस्था लागू होने के कारण हमने AFSPA को नॉर्थ ईस्ट के कई क्षेत्रों से हटा दिया है.

सीमा से जुड़े मामलों का समाधान खोजा जा रहा: पीएम मोदी

प्रधानमंत्री ने कहा, आज मैं जब हथियार डालकर जंगल से लौटते नौजवानों को अपने परिवार के पास वापस लौटते हुए देखता हूं और मैं जब उन माताओं की आंखों की खुशी महसूस करता हूं. तो मुझे आशीर्वाद की अनुभूति होती है. उन्होंने कहा, सबका साथ, सबका विकास की भावना के साथ आज सीमा से जुड़े मामलों का समाधान खोजा जा रहा है. असम और मेघालय के बीच बनी सहमति दूसरे मामलों को भी प्रोत्साहित करेगी. इससे इस पूरे क्षेत्र के विकास की आकांक्षाओं को बल मिलेगा.

पीएम ने कहा, बोडो अकॉर्ड हो या फिर कार्बी आंगलोंग का समझौता, लोकल सेल्फ गवर्नेंस पर हमनें बहुत बल दिया है. केंद्र सरकार का बीते 7-8 साल से ये निरन्तर प्रयास रहा है कि स्थानीय शासन की संस्थाओं को सशक्त किया जाये, अधिक पारदर्शी बनाया जाए. उन्होंने कहा, राष्ट्र के विकास के लिए राज्य का विकास और राज्य के विकास के लिए नगरों का, गांवों को विकास बहुत जरूरी है. गांवों का सही विकास तभी संभव है, जब स्थानीय आवश्यकताओं के, स्थानीय परिस्थितियों के अनुसार विकास योजनाएं बनें और उन पर सही अमल किया जाए.

Leave a Comment