सीएम नीतीश कुमार ने परिवारवाद पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि आप देखिए, एक ही परिवार का इतना बड़ा जथभेद कैसे चल रहा है। चुनावी मैदान में बड़े-बड़े नेताओं के परिवार के सदस्य उतरे हुए हैं, लेकिन मैंने अपने किसी सदस्य को भी चुनाव लड़वाया नहीं। जनता क्या सोचेगी? ये सब लोग अपने अपने परिवार के सदस्यों को आगे बढ़ा रहे हैं, जबकि हमें जनता के लिए काम करना है।
नीतीश कुमार ने उस दौरान भी लालू परिवार पर वार किया, कहा कि 15 साल तक वे राज किए, लेकिन उनके कार्यकाल में बिहार की प्रगति में कोई विशेष बदलाव नहीं आया। पहले पति-पत्नी ने राज किया, फिर बच्चों को बता दिया। बिहार में लोगों को घर से बाहर निकलने का हक नहीं था, और जो निकलते भी थे वे मजबूरी में पैदल ही जाते थे। वहीं आज भी यही सच्चाई है, और उन्होंने कहा कि वे हमेशा यहीं रहेंगे, लोगों के लिए काम करते हैं।
नीतीश ने कहा कि उनका मिशन बिहार की उत्थान में है, और इसके लिए उन्होंने कई पहल की हैं। उन्होंने शिक्षा में वृद्धि करने के लिए कई कदम उठाए हैं, और महिलाओं के लिए आरक्षण की भी बात की। वह उसने अपनी सरकार के कामों की गरिमा की बात की और विपक्षी दलों पर तंज कसा।