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दिल्ली की सड़कों पर उड़ा संजू सैमसन के माता-पिता का मजाक, रातों-रात शहर छोड़ दिया था, बड़ा खुलासा

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संजू सैमसन…भारतीय क्रिकेट का एक ऐसा नाम जिसके अंदर टैलेंट कूट-कूटकर भरा है. जिसके पास क्रिकेट का हर शॉट है. ये वो खिलाड़ी है जो किसी भी गेंदबाज और किसी भी मैदान पर रनों का तूफान खड़ा कर सकता है. वैसे सैमसन का इंटरनेशनल करियर अबतक सेट नहीं है लेकिन आईपीएल (IPL 2022) में राजस्थान रॉयल्स के कप्तान के जलवे हैं. संजू सैमसन (Sanju Samson) ताबड़तोड़ पारियों के दम पर कई मैच जिता चुके हैं. आईपीएल में संजू सैमसन ऐसे ही बड़ा नाम नहीं बने हैं. इसके लिए उन्होंने कड़ी मेहनत की है. उनकी सफलता के पीछे संजू सैमसन के माता-पिता का भी बहुत बड़ा हाथ है. सैमसन (Sanju Samson Life-Story) ने बताया कि कैसे उनके परिवार ने उन्हें क्रिकेटर बनाने के लिए शहर तक छोड़ दिया. साथ ही दिल्ली की सड़कों पर संजू सैमसन के माता-पिता को कैसे-कैसे तंज सुनने को मिलते थे इसका किस्सा भी राजस्थान के कप्तान ने सुनाया.

संजू सैमसन ने ब्रेकफास्ट विद चैंपियंस में बताया कि उनके पिता हमेशा से उन्हें क्रिकेटर बनाना चाहते थे. संजू सैमसन बोले, ‘मेरे पिता पुलिस टीम के लिए फुटबॉल खेलते थे. वो हमेशा से सुबह उठकर ट्रेनिंग करते थे. हमारा क्रिकेट भी दिल्ली में ही शुरू हुआ. वो बताते हैं कि जब हम 5-6 साल के थे तो वो हमें पहली बार फिरोजशाह कोटला स्टेडियम ले गए थे जहां हमने लेदर बॉल से प्रैक्टिस की थी. दिल्ली में कोने-कोने में क्रिकेट खेला जाता है, यहां काफी ज्यादा कॉम्पिटिशन है.’

माता-पिता पर किए जाते थे कमेंट

संजू सैमसन ने बताया कि जब वो छोटे थे तो उनके माता-पिता किटबैग लेकर उन्हें स्टेडियम छोड़ने जाते थे तो ऐसे में लोग पीछे से कहते थे कि-देखो सचिन और उसके मम्मी-पापा जा रहे हैं. संजू सैमसन ने कहा कि उन्हें क्रिकेटर बनाने के लिए पिता ने उन्हें दिल्ली से त्रिवेंद्रम भेज दिया. सैमसन ने कहा, ‘मेरे पिता ने साल के बीच में ही हमें रातों-रात दिल्ली से त्रिवेंद्रम जाने को कहा. हम त्रिवेंद्रम की ट्रेन में बैठ गए और वहां एडमिशन मिलने में काफी दिक्कत हुई. मैं 2-3 सालों तक त्रिवेंद्रम में क्रिकेट खेला लेकिन जब कुछ नहीं हुआ तो मेरे पिता ने रिटायरमेंट ले लिया और भी दिल्ली से त्रिवेंद्रम आ गए.’

हर किसी को था संजू सैमसन के टैलेंट पर यकीन

सैमसन ने बताया कि उनके बड़े भाई को यकीन था कि वो एक दिन भारतीय टीम के लिए खेलेंगे. सैमसन बोले, ‘मेरे बड़े भाई ने कभी नहीं कहा कि मैं इंडिया खेल सकता हूं. मैंने डेब्यू के बाद अपने भाई से पूछा तो उन्होंने कहा कि मुझे सभी कहते थे कि तेरा भाई जरूर इंडिया के लिए खेलेगा लेकिन मैंने इसलिए नहीं कहा कि कहीं नजर ना लग जाए और तुम इंडिया के लिए ना खेलो. मैं जब केरल आया तो मुझे सब कहते थे कि तुम एक दिन भारत के लिए खेलोगे. तो मुझे लोगों की बातें सुनकर लगने लगा कि हां मैं इंडिया के लिए खेल सकता हूं.’

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