डा. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में अब निशुल्क उपचार की सेवा शुरू की जा रही है। बता दें कि यह निर्देश प्रमुख सचिव आलोक कुमार ने दिए हैं। इससे मरीजों को भी लाभ मिलेगा। आलोक कुमार ने यह निर्देश डॉ राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान को दिए हैं।
आपको बता दें कि आदेश में कहा गया हैं कि डा. राम मनोहर लोहिया संयुक्त चिकित्सालय में जिस शुल्क पर मरीज का इलाज चल रहा होगा, उसी शुल्क पर दो वर्षों तक मरीज को प्राथमिक एवं आगे के उपचार चिकित्सा सुविधा दी जाती रहेगी। इक ओर जहां इस निर्णय से मरीजों को तो लाभ मिलेगा, वहीं दूसरी ओर सरकार पर आर्थिक बोझ भी बना रहेगा।
साथ ही प्रमुख सचिव ने पत्र में लिखा है, इमरजेंसी में आने वाले मरीजों की चिकित्सकीय सुविधा यथावत निशुल्क रखते हुए अस्पताल में आने वाले अन्य सभी मरीजों के पंजीकरण और यूजर चार्जेस भी उसी तरह रखे जाएं। बता दें कि लोहिया अस्पताल में हर साल मरीजों की संख्या बढ़ रही है। वहीं शासन के इस फैसले से हजारों मरीजों को लाभ मिलेगा।
वर्तमान समय में लोहिया में ज्यादातर चिकित्सकीय सुविधाएं रियायती दरों पर हैं या फिर फ्री हैं। लोहिया अस्पताल और लोहिया आयुर्विज्ञान संस्था का वर्ष 2019 में विलय किया गया था। सामान्य यात्रियों पर इलाज के दौरान कोई आर्थिक बोझ न बढ़े, इसे देखते हुए आज तक रियायती दरों में इलाज किया जा रहा है।