अलविदा की नमाज के चलते सड़कों और जाम की स्थिति न उत्पन्न होने के मद्देनज़र एक आदेश जारी किया गया है। बता दें कि यूपी में मस्जिदों के भीतर ही नमाज पढ़ने को लेकर आदेश जारी किया गया है। वहीं राजस्थान सरकार इस अहम मुद्दे से बिल्कुल ही बेखबर नज़र आ रही है। जयपुर में सड़कों पर ही खुले में नमाज पढ़ी गई है। ऐसे में उत्तर प्रदेश में कानून का पालन हो रहा है तो वहीं राजस्थान में कानून धज्जियां उड़ती नज़र आ रही हैं।
जयपुर में नमाज की वजह से सड़कों पर बेरिकेडिंग लगाई गई है। इससे लोगों को आवाजाही में परेशानी का सामना करना पड़ा है। वहां जामा मस्जिद के आसपास जगह-जगह लाउडस्पीकर टांगे गए। मस्जिद के आसपास 15 खंभों पर 30 से ज्यादा लाउस्पीकर लगाए गए हैं। जयपुर शहर के काजी ने कहा कि बिना लाउडस्पीकर लोगों तक आवाज नहीं पहुंचती है। इमाम की आवाज लोगों तक पहुंचाना जरूरी है। यहां आज नमाज के कारण सुरक्षा के मद्देनजर लगाई बेरिकेडिंग से लोगों और वाहन चालकों को आने-जाने में परेशानी हो रही है।
काजी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में योगी ने शहरों के नाम बदले। लाउडस्पीकर उनके लिए छोटी चीज है। योगी का मॉडल हमारे लिए आइडियल नहीं है। उन्होंने कहा कि रामनवमी पर भी माइक लगाए गए थे। साथ ही कचरा गाड़ी में भी लाउडस्पीकर लगाए जाते हैं तो मस्जिद में क्यों नहीं। काजी ने कहा कि 15 मिनट की नजाम होती है और इसमें पूरे विश्व की अमन के लिए दुआ मांगी जाती है। सौहार्दपूर्ण व शांतिपूर्ण तरीके से काम होता है। सभी सहयोग देते हैं इसी बीच जयपुर में जामा मस्जिद के बाहर सड़क पर नमाज पढ़ने के लिए तैयारियां की जा रही हैं। ईद से पहले अलविदा की नमाज के लिए सड़क के दोनों ओर नमाजी जमा हो रहे हैं।
इसको लेकर अलवर से भाजपा के सांसद महंत बालकनाथ ने राजस्थान सरकार को आड़े हाथों लिया है। महंत बालकनाथ ने राजस्थान की गहलोत सरकार पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा, कुछ दिनों पहले, हिंदू धर्म के पर्व-त्योहारों, आयोजनों और शोभा यात्राओं पर प्रतिबंध लगाया गया था। उसका नोटिफिकेशन सभी के पास है।
इसी के साथ ही भाजपा सांसद ने कहा, आज जिस प्रकार से संप्रदाय विशेष के लिए खास इंतजाम किए जाते हैं, बिजली की निरतंर व्यवस्था की जाती है, इफ्तार पार्टी आयोजित की जाती है और सड़क को बंद कर उन लोगों को सुपुर्द कर दिया जाता है, दुकानों को बंद कर दिया जाता है। ऐसे में यह सरकार कहां से सभी के लिए समान काम कर रही है।