केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह (Giriraj Singh) ने चीन की तरह भारत में भी जनसंख्या नियंत्रण पर सख्त कानून बनाने की मांग की है. उन्होंने कहा है कि चीन अगर 70 के दशक में कड़ा कानून लेकर नहीं आता तो आज चीन विश्व के क्षितिज पर खुद को विकसित नहीं कर पाता. अगर आबादी नहीं रोकी होती तो चीन में 60 करोड़ लोग और अधिक होते. उन्होंने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण कानून को राजनीतिक चश्मे से नहीं देखना चाहिए. बल्कि इस कानून का प्रभाव देश हित में होगा यह सोचना चाहिए. इसके साथ ही गिरिराज सिंह ने लालू प्रसाद (Lalu Prasad) के हनुमान चालीसा बाले बयान पर भी पलटवार किया.
उन्होंने कहा कि भारत में भी जनसंख्या नियंत्रन पर कड़े कानून की जरूरत है. एक ऐसा कानून हो जो सभी धर्मों के लोगों पर समान रूप से लागू हो.
आचार संहिता उल्लंघन मामले में थी पेशी
गिरिराज सिंह शुक्रवार को आदर्श आचार संहिता उल्लंघन मामले में पेश होने के लिए लखीसराय पहुंचे. यहां उन्होंने जनसंख्या कानून और लाउडस्पीकर विवाद पर खुलकर अपनी बात रखी. गिरिराज सिंह ने यहां लालू प्रसाद के हनुमान चालीसा पर दिए बयान पर भी पलटवार किया और कहा कि लालू जी अभी आए हैं, तो पहले स्वास्थ लाभ लें. हमलोग उनके स्वास्थ लाभ की कामना करते हैं. देश को तोड़ने का काम लालू जी और उनके पार्टी का काम है. यदि भारत में सनातन धर्म की चर्चा नहीं होगी, सनातन धर्म के लोग सिर उठाकर नहीं बोलेंगे तो आखिर कहां बोलेंगे?
गिरिराज सिंह ने कहा लालू जी दे रहे हैं प्रवचन
गिरिराज सिंह ने कहा कि लालू जी प्रवचन दे रहे हैं. प्रवचन देना उनका धर्म है. लेकिन जब रामनवमी जुलूस या हनुमान जयंती जैसे अवसरों पर हमला होता है तो वह कुछ नहीं बोलेते हैं. सनातन धर्म के लोग अपने देश में नही बोलेंगे तो पाकिस्तान, अफगानिस्तान, बंगलादेश मेंबोलेंगे. इसके साथ. लालू प्रसाद पर पक्षपाती बयान देने का आरोप लगाते हुए गिरिराज सिंह ने कहा कि सबके लिए एक समान न्याय देखना हो तो यूपी में योगी जी की सरकार में देखें. योगी सरकार ने यदि लाउडस्पीकर की ध्वनि कम की तो मंदिरों और मस्जिदों की भी कम की है. लेकिन लालू प्रसाद अपने शासन में ऐसा नहीं कर पाते