चुनाव आयोग ने अबतक एक मार्च से हर दिन लगभग 100 करोड़ रुपये जब्त किए गए हैं का ब्योरा दिया है। 2019 लोकसभा चुनाव की तुलना में, पहले ही चुनाव के पहले 4,650 करोड़ रुपये जब्त किए गए हैं, जो एक बड़ी आंकड़े है। पश्चिम बंगाल में हिंसा के बाद, चुनाव आयोग ने मुर्शिदाबाद के डीआईजी को हटाने का आदेश दिया है। सूत्रों के अनुसार, उन्हें हिंसा के मामले में तत्परता का आरोप लगाया गया है। राज्य में दो हिंसाओं में हथियार और गोला बारूद का इस्तेमाल हुआ था। लोकसभा चुनाव की घोषणा करते हुए, आयोग ने कहा था कि चुनावी हिंसा को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
पहले लोकसभा चुनाव से पहले 4,650 करोड़ रुपये जब्त किए गए हैं, जैसा कि चुनाव आयोग ने एक मार्च से अब तक हर दिन लगभग 100 करोड़ रुपये जब्त किए गए हैं बताया है। यह राशि 2019 लोकसभा चुनाव के समय से काफी अधिक है। देशभर में लोकसभा चुनाव सात चरणों में 19 अप्रैल से शुरू होगा। चुनाव 19 अप्रैल, 26 अप्रैल, 7 मई, 13 मई, 20 मई, 25 मई और 1 जून को होंगे, जबकि नतीजे चार जून को जारी किए जाएंगे।
पोल पैनल ने बताया कि एक मार्च से अबतक की गई जब्ती 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान बरामद 3,475 करोड़ रुपये से अधिक है। इसमें सम्मिलित हैं 4,658 करोड़ रुपये में 395 करोड़ रुपये नकद, जबकि 489 करोड़ रुपये शराब की तस्करी से जुड़े हैं। 45 फीसदी जब्ती नशीली दवाओं से की गई है। आयोग ने बताया कि काले धन का उपयोग उम्मीदवार को समान अवसर मिलने में बाधा पैदा कर सकता है। उन्होंने आगे कहा कि जब्ती चुनावी गड़बड़ियों को रोकने और उम्मीदवारों को समान अवसर देने का एक अहम हिस्सा है। पिछले कुछ वर्षों में गुजरात, पंजाब, मणिपुर, नगालैंड, त्रिपुरा और मिजोरम विधानसभा चुनाव में बड़ी जब्ती की गई है।
आयोग ने सुनिश्चित किया कि समान अवसरों की सुरक्षित व्यवस्था के लिए नेताओं के वाहनों की जांच की जा रही है और कर्मचारियों के कार्य में लापरवाही दिखाने वालों को हटाने की कार्रवाई भी की जा रही है। उन्होंने बताया कि प्रचार के दौरान नेताओं को सहायता के लिए 106 सरकारी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, क्योंकि ये नियमों और नैतिकता के खिलाफ हैं।
टीएमसी नेता अभिषेक बनर्जी के हेलीकॉप्टर की जांच के संबंध में, चुनाव आयोग के सूत्रों के अनुसार, नेताओं के हेलीकॉप्टरों की जांच कोई नई बात नहीं है। सभी जिला मजिस्ट्रेट और पुलिस अधीक्षकों को हेलीकॉप्टरों और हवाई क्षेत्र पर कड़ी निगरानी बनाए रखने के लिए कहा गया है।