कमर्शियल व्हीकल (Commercial vehicles) इंडस्ट्री की वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष में दो अंकीय यानी 10 फीसदी से अधिक रहने की उम्मीद है. टाटा मोटर्स (Tata Motors) के कार्यकारी निदेशक गिरीश वाघ ने यह उम्मीद जताई है. वाघ का कहना है कि अनुकूल मांग परिस्थितियों और आर्थिक गतिविधियों में तेजी से इस साल कमर्शियल व्हीकल इंडस्ट्री तेजी से आगे बढ़ेगा. हालांकि, इसके साथ ही उन्होंने कहा कहा कि ईंधन के ऊंचे दाम और व्हीकल लोन महंगा होने से इस इंडस्ट्री के रास्ते में अड़चनें आ सकती हैं. वित्त वर्ष 2018-19 में कमर्शियल व्हीकल इंडस्ट्री ने अपना अच्छा समय देखा था. उस समय ऐसे वाहनों की बिक्री का आंकड़ा 10 लाख इकाई को पार कर गया था. हालांकि, उसके बाद के दो वित्त वर्षों में इस इंडस्ट्री में गिरावट आई थी, लेकिन पिछले वित्त वर्ष में इसने फिर रफ्तार पकड़ी है.
वाघ ने कहा, हालांकि, बिक्री की मात्रा के लिहाज से उच्चतम स्तर पर पहुंचने में अभी समय लगेगा, लेकिन पेलोड (भार ढोने की क्षमता) के मामले में इंडस्ट्री पिछले शीर्ष स्तर पर जल्द पहुंच सकता है, क्योंकि अधिक भार क्षमता वाले कमर्शियल व्हीकलों की मांग बढ़ रही है. वाघ ने कहा, मुझे लगता है कि पिछले साल अर्थव्यवस्था ने फिर से अच्छा प्रदर्शन किया है और कमर्शियल व्हीकल बाजार में लगभग 26 फीसदी की वृद्धि देखने को मिली है. टाटा मोटर्स में हमने 33 फीसदी की वृद्धि हासिल की है.
2018-19 सबसे शानदार साल रहा था
पिछले तीन वर्षों के संदर्भ में उन्होंने कहा, वित्त वर्ष 2018-19 हमारा पिछला सबसे अच्छा स्तर था. उस समय कमर्शियल व्हीकल इंडस्ट्री ने 10 लाख इकाइयों की बिक्री के आंकड़े को पार किया था. उसके बाद इसमें गिरावट आई. 2019-20 देश में भारत चरण-छह (बीएस-छह) की ओर स्थानांतरण के लिए तैयारियों का साल था. वहीं 2020-21 कोविड महामारी से प्रभावित वर्ष था. इन दोनों वर्षों में बाजार में गिरावट आई और 2020-21 में कमर्शियल व्हीकलों की बिक्री 2018-19 का मात्र 52 फीसदी थी.
पहले के मुकाबले ज्यादा हेवी व्हीकल बिक रहे हैं
कमर्शियल व्हीकल इंडस्ट्री में कुल स्थिति पर उन्होंने कहा, हम इंडस्ट्री की स्थिति में सुधार देख रहे हैं. हालांकि, मात्रा के लिहाज से पिछले उच्चस्तर पर पहुंचने में कुछ समय लगेगा, लेकिन पेलोड के मामले में हम पिछले शीर्षस्तर पर जल्द पहुंच जाएंगे. इसकी वजह यह है कि आज 2018-19 की तुलना में अधिक भार क्षमता वाले वाहन बिक रहे हैं.
इन्फ्रा सेक्टर पर फोकस बढ़ने से कमर्शियल व्हीकल की मांग बढ़ी
उन्होंने कहा कि सरकार ने बजट में बुनियादी ढांचा क्षेत्र पर खर्च बढ़ाया है. बुनियादी ढांचा क्षेत्र में हो रहे काम की वजह से आज कमर्शियल व्हीकलों की मांग बढ़ी है. कमर्शियल व्हीकल क्षेत्र की वृद्धि के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि इस साल यह क्षेत्र दो अंकीय बढ़ोतरी दर्ज करेगा.
(भाषा)