बागपत
पुलिस की लापरवाही से ग्राम नौरोजपुर गुर्जर में हैंडपंप के चबूतरा निर्माण को लेकर सांप्रदायिक बवाल हुआ। धारदार हथियार के प्रहार व पथराव से दोनों पक्ष के 13 सदस्य घायल हुए। इससे गांव में तनाव है। सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस बल तैनात किया गया है।
ग्राम नौरोजपुर गुर्जर में सरकारी हैंडपंप के चबूतरा निर्माण को लेकर सुरेश पक्ष और मोहम्मद पक्ष के बीच गुरुवार को विवाद हुआ था। पुलिस मौके पर पहुंची थी, लेकिन कार्रवाई करने के बजाए बीच-बचाव कराकर वापिस लौट आई थी। शुक्रवार सुबह दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए। उनके बीच धारदार हथियार चले और पथराव हुआ।
हमले में एक पक्ष के सुरेश, अजय, राहुल, विजय, झबरू, खालिद, सविता और सुमन तथा दूसरे पक्ष के मोहम्मद, आबिदा, शबाना, सानिया, मोमिना घायल हुई। लोगों ने भागकर अपनी जान बचाई। बाद में ग्रामीणों ने किसी तरह झगड़ा शांत कराया और घायलों को बागपत सीएचसी और जिला अस्पताल में भर्ती कराया।
कोतवाली पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। सुरेश का आरोप है कि चबूतरा निर्माण का विरोध करते हुए विपक्षी मोहम्मद पक्ष ने उन पर जानलेवा हमला किया। वहीं मोहम्मद का आरोप है कि सुरेश पक्ष ने उन पर हमला किया। उन्होंने कोतवाली पर पहुंचकर एक-दूसरे के खिलाफ शिकायत की। घटना से गांव में तनाव है।
सुरक्षा की दृष्टि से वहां पर पुलिस बल तैनात किया गया है। उधर, कोतवाली इंस्पेक्टर (क्राइम) मदनपाल सिंह का कहना है कि इस मामले में मुकदमा दर्ज कर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। गांव में शांतिपूर्ण माहौल है। एहतियातन गांव में पुलिस तैनात की गई है। पुलिस पर लापरवाही का आरोप गलत है।