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Home Uttar Pradesh काशी विश्वनाथ के नाम पर बनाई गई एक जाली वेबसाइट ने श्रद्धालुओं को धोखा दिया, जिसमें रुद्राभिषेक की ऑनलाइन बुकिंग का झांसा दिया जाता था। इस वेबसाइट पर पंडितजी के नंबर देकर पैसा वसूला जाता था।

काशी विश्वनाथ के नाम पर बनाई गई एक जाली वेबसाइट ने श्रद्धालुओं को धोखा दिया, जिसमें रुद्राभिषेक की ऑनलाइन बुकिंग का झांसा दिया जाता था। इस वेबसाइट पर पंडितजी के नंबर देकर पैसा वसूला जाता था।

by Nikhil

वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर के नाम पर एक धोखाधड़ी वेबसाइट बनाकर श्रद्धालुओं से लाखों रुपए की ठगी की गई है। इस फर्जी वेबसाइट पर दर्शन, आरती और रुद्राभिषेक के नाम पर भारी भारी राशियां वसूली गईं थीं। यह घटना सामने आई जब श्रद्धालुओं ने मंदिर प्रशासन से संपर्क किया। काशी न्यास के सीईओ ने इस मामले में पुलिस और DGP को अवगत कराया। पुलिस ने इस मामले की जांच के लिए साइबर एक्सपर्ट को जिम्मेदारी दी है।

वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर के नाम पर फर्जी वेबसाइट बनाकर श्रद्धालुओं को ठगने का मामला सामने आया है। इस फर्जी वेबसाइट पर दर्शन, आरती और रुद्राभिषेक के लिए बुकिंग का झांसा देकर श्रद्धालुओं से बड़ी राशियाँ ठग ली गईं। मामला सामने आने के बाद काशी न्यास के सीईओ ने इस घटना की जांच के लिए पुलिस को सूचना दी है। पुलिस ने साइबर एक्सपर्ट्स को जांच में शामिल किया है।

मंदिर के सीईओ विश्वभूषण मिश्रा ने DGP प्रशांत कुमार और पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल को पत्र लिखा है। उन्होंने इस पत्र में मांग की है कि फर्जी वेबसाइट को तुरंत डिलीट करवाया जाए और इस मामले में दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो।

उन्होंने बताया कि इस फर्जी वेबसाइट पर दर्शन के अलावा काशी आगमन के लिए होटल, नाव, पर्यटन, ट्रैवल, फ्लाइट और लोकल टैक्सी की भी बुकिंग हो रही है। यहां तक कि बुकिंग के लिए एजेंट ऑफलाइन पूरी जानकारी दे रहे हैं, जिसे लोग बिना सोचे समझे पैसे देते हैं।

तीन महीने पहले मंदिर के फेसबुक पेज को हैक किया गया था, जिसमें हैकर्स ने पेज का पासवर्ड बदल दिया था और अश्लील पोस्ट अपलोड कर दी थी। IT टीम ने तुरंत इस पोस्ट को हटा दिया और पेज को बहाल कर लिया था, लेकिन इस घटना की जांच के लिए भी स्थिति को समझाया था।