राहुल गांधी ने इस लोकसभा चुनाव में रायबरेली और वायनाड से चुनाव लड़ा था। अब वह दोनों स्थानों से सांसद हैं। कुछ राजनीतिक दावेदार चर्चा कर रहे हैं कि उन्हें किसी एक स्थान से इस्तीफा देना चाहिए। लेकिन पार्टी के सूत्रों के अनुसार, वह रायबरेली से सांसद रहेंगे। राहुल और प्रियंका गांधी आज रायबरेली में हैं और यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि पार्टी के उद्दीपन को बढ़ावा मिले। रायबरेली से संबंधित सांसदीय दायरे को बढ़ावा देने से कांग्रेस पार्टी के लिए उत्तर प्रदेश में एक महत्वपूर्ण कदम होगा।
कांग्रेस पार्टी के अनुसार, यह पहली बार है जब चुनाव जीतने के कुछ दिनों बाद ही गांधी परिवार रायबरेली की धरती पर जनता का आभार व्यक्त करने के लिए उपस्थित हो रहा है। मंगलवार को रायबरेली के गेस्टहाउस में आयोजित होने वाले समारोह में सोनिया, प्रियंका, और सांसद राहुल गांधी शामिल होंगे। सियासी दावेदार भी मानते हैं कि इस प्रकार के आयोजन का सीधा मतलब गांधी परिवार का रायबरेली और अमेठी की जनता का धन्यवाद देना है, साथ ही राहुल गांधी का रायबरेली से सांसद बने रहना। दरअसल, दो जगहों से चुनाव जीतने के बाद यह सवाल उठा है कि राहुल गांधी अपना इस्तीफा कहां देंगे। हालांकि, अभी तक आधिकारिक रूप से राहुल गांधी या कांग्रेस ने इसे कमेंट नहीं किया है। पार्टी के सूत्रों के अनुसार, राहुल गांधी रायबरेली से सांसद बने रहेंगे, सियासी समीकरणों के दृष्टिकोण से।
प्रमुख पत्रकार आनंद प्रकाश शर्मा बताते हैं कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस ने हाल के दिनों में एक बेहतर प्रदर्शन किया है। रायबरेली और अमेठी की जनता ने कांग्रेस और गांधी परिवार पर भरोसा जताया है, और कांग्रेस ने कई दशकों के बाद सीतापुर, प्रयागराज, और सहारनपुर में चुनाव जीते हैं। शर्मा कहते हैं कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के वोट शेयर में भी बढ़ोतरी हुई है। उनके अनुसार, राहुल गांधी को रायबरेली से सांसद बने रहने का फैसला पार्टी के लिए बड़ा फायदेमंद होगा। सैयद उस्मानी, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, ने बताया कि सोनिया गांधी ने जनता को चुनाव जीताने की भावुक अपील की थी, और उसे पूरा किया गया है। पार्टी के सूत्र बताते हैं कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के प्रदर्शन के आधार पर राहुल गांधी को रायबरेली से सांसद बनाए रखने का निर्णय लिया गया है। उनके अनुसार, यह निर्णय पार्टी को अगले चुनावों में मजबूत करेगा। गठबंधन में साथी समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने चुनाव लड़ा है, और पार्टी ने अपने वोट बैंक को मजबूत करने के लिए कई स्तर पर उपाय किए हैं। नेताओं का मानना है कि राहुल को रायबरेली से सांसद बने रहने के लिए अलग-अलग जिलों से उन्हें पत्र भेजा गया है।