राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) सोमवार को असम के दौरे पर रहेंगे, जहा वे तामुलपुर जिले में होने वाले बोडो साहित्य सभा के 61वें सत्र में भाग लेंगे. यह सत्र चार मई तक चलेगा. बोडो साहित्य सभा (Bodo Sahitya Sabha) के 61वें सत्र की तैयारियां जोरों-शोरों से चल रही हैं और सत्र के दौरान एक लाख से अधिक लोगों के स्वागत के लिए आयोजक तैयार हैं. इस मौके पर असम के हथकरघा और कपड़ा मंत्री उरखाओ गवरा ब्रह्मा (Urkhao Gwra Brahma) ने कहा कि बोडो साहित्य सभा के इतिहास में यह पहली बार है कि भारत के राष्ट्रपति बोडो साहित्य सभा के सत्र में भाग लेंगे.
उन्होंने कहा कि स्वागत समिति अब 1 लाख से अधिक लोगों के स्वागत के लिए पूरी तरह से तैयार है. उन्होंने बताया कि इस साल सत्र ‘खाने की बर्बादी बंद करो’ पर केंद्रित है. मंत्री ने कहा, ‘बोडो साहित्य सभा के प्रतिनिधि लगभग 4,000-5,000 होंगे. हम इस साल के बोडो साहित्य सभा सत्र को सफल बनाने के लिए सभी इंतजाम करने की कोशिश कर रहे हैं. इस साल हमने एक प्रण लिया है, जिसमें ‘खाने की बर्बादी बंद करो’ के संदेश को फैलाने की कोशिश कर रहे हैं.’
1952 में हुई बोडो साहित्य सभा की स्थापना
बता दें कि बोडो साहित्य सभा की स्थापना 1952 में हुई थी और यह साहित्य, संस्कृति और भाषा के विकास के लिए काम कर रही है. यह विभिन्न जातीय समूहों के बीच समन्वय बनाए रखने में अग्रणी भूमिका निभा रही है. बोडो साहित्य सभा बोडो भाषा में 40,000 से अधिक वैज्ञानिक और तकनीकी शब्द तैयार कर रही है.
पांच मई को मिजोरम का दौरा करेंगे राष्ट्रपति कोविंद
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पांच मई को मिजोरम का दौरा करेंगे और इस दौरान वह एक विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में हिस्सा लेंगे. एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि कोविंद आइजोल में मिजोरम विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में शामिल होने के लिए इस पूर्वोत्तर राज्य में आएंगे. राष्ट्रपति के दौरे के विस्तृत कार्यक्रम की अभी प्रतीक्षा है. राष्ट्रपति के पद पर नियुक्त होने के बाद राम नाथ कोविंंद की यह दूसरी मिजोरम यात्रा होगी.