भारत यात्रा पर आए इटली के विदेश मंत्री लुइगी दे मेयो (foreign minister luigi di maio) ने आज शुक्रवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) से मुलाकात की. दोनों नेताओं के बीच रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध तथा कोरोना संकट के अलावा कारोबार और निवेश के अलावा साइबर सुरक्षा, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी और अंतरिक्ष क्षेत्रों में बढ़ते सहयोग पर विचार किया गया.विदेश मंत्री एस जयशंकर ने फोटो के साथ ट्वीट करते हुए कहा, “इटली के विदेश मंत्री लुइगी दे मेयो का उनकी पहली भारत यात्रा (first visit to India) पर स्वागत करते हुए हर्ष हो रहा है.”
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, “हमारी बातचीत को लेकर आशान्वित हूं.” इटली के विदेश मंत्री लुइगी दे मेयो 4 से 6 मई तक भारत की यात्रा पर आए हैं. उनके साथ उच्च स्तरीय अधिकारी एवं कारोबारी शिष्टमंडल भी आया है.
विदेश मंत्री जयशंकर का पढ़िए ट्वीट
जयशंकर ने ट्वीट कर कहा कि इटली के विदेश मंत्री लुइगी दे मेयो के साथ एक सौहार्दपूर्ण और सकारात्मक बैठक हुई. बैठक में साइबर सुरक्षा, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी और अंतरिक्ष क्षेत्रों में हमारे बढ़ते सहयोग पर विचार किया. उन्होंने आगे कहा कि सहमत हैं कि मेक इन इंडिया में इतालवी कंपनियों की बढ़ती रुचि और प्रौद्योगिकी के हस्तांतरण से हमारे द्विपक्षीय संबंध और मजबूत होंगे. व्यापार, ऊर्जा और ग्रीन ट्रांजिशन के क्षेत्रों में सुधार के लिए यूरोपीय संघ के साथ सहयोग पर भी चर्चा की.
साथ ही यूक्रेन जंग को लेकर जयशंकर ने ट्वीट करते हुए कहा कि यूक्रेन संघर्ष और इसके प्रभावों, कोविड और इंडो – पेसिफिक पर विचारों का आदान-प्रदान किया.
इटली के विदेश मंत्री @luigidimaio के साथ एक सौहार्दपूर्ण और सकारात्मक बैठक।
साइबर सुरक्षा, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी और अंतरिक्ष क्षेत्रों में हमारे बढ़ते सहयोग पर विचार किया। https://t.co/t2knGNSKTB
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) May 6, 2022
दिल्ली आने से पहले कर्नाटक गए इटली के विदेश मंत्री
इटली के विदेश मंत्री मेयो ने अपनी यात्रा की शुरुआत में कल गुरुवार को बेंगलुरू में कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई से मुलाकात की थी. इससे पहले विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा था कि इटली के विदेश मंत्री की भारत यात्रा से दोनों पक्षों को अपने द्विपक्षीय संबंधों के संपूर्ण आयामों पर चर्चा करने तथा प्रथमिकता वाले क्षेत्रों में अपने करीबी संबंधों को और बढ़ाने पर चर्चा करने का अवसर मिलेगा.
दोनों पक्षों के बीच बातचीत में खास तौर पर निवेश संपर्क, रक्षा एवं सुरक्षा, स्वच्छ एवं हरित ऊर्जा, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी सहयोग जैसे क्षेत्र शामिल होंगे. इसमें कहा गया है कि विदेश मंत्री जयशंकर और लुइगी दे मेयो नवंबर 2020 में डिजिटल माध्यम से पेश कार्य योजना 2020-24 को लागू करने की प्रगति की समीक्षा करेंगे तथा साझा हितों से जुड़े क्षेत्रीय एवं बहुस्तरीय विषयों पर चर्चा करेंगे.
मेयो उद्योग मंत्री पीयूष गोयल से भी करेंगे मुलाकात
माना जा रहा है कि दोनों विदेश मंत्रियों के बीच बातचीत के दौरान रूस और यूक्रेन युद्ध का विषय भी उठ सकता है. युद्ध को खत्म कराने और युद्ध के बाद के हालात से निपटने को लेकर चर्चा हो सकती है.
विदेश मंत्री लुइगी दे मेयो अपनी यात्रा के दौरान वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल से भी मुलाकात करेंगे और कारोबारी बैठक की सह अध्यक्षता करेंगे. दिल्ली पहुंचने से पहले विदेश मंत्री मेयो बेंगलूरू गए और वहां पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई से मुलाकात की.