पेट्रोल-डीजल, खाने-पीने की चीजें, रसोई गैस और एफएमसीजी प्रोडक्ट की बढ़ती कीमतों से त्रस्त आम आदमी के कंधों पर अब कर्ज का बोझ बढ़ गया है. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के रेपो रेट में बढ़ोतरी के फैसले के बाद प्राइवेट और सरकारी बैंकों ने भी लोन महंगा करना शूरू कर दिया है. ICICI बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा और आईडीबीआई बैंक (IDBI Bank) अपने एक्सटर्नल बेंचमार्क लेंडिंग रेट्स में इजाफा कर दिया है. बैंकों द्वारा ब्याज दरें बढ़ाने से होम लोन, ऑटो लोन समेत सभी तरह के लोन महंगे हो गए. आम लोगों पर लोन की ईएमआई (EMI) का बोझ बढ़ गया.
आपको बता दें कि RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने 2 और 3 मई को केंद्रीय बैंक के MPC की आपात बैठक बुलाई, जिसमें सभी सदस्यों ने नीतिगत दरों में बढ़ोतरी का फैसला किया. आरबीआई गवर्नर ने बुधवार को रेपो रेट में 40 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी का ऐलान किया. कुछ और बैंक जल्द ही अपनी ब्याज दरों को बढ़ा सकते हैं.
बैंक ऑफ बड़ौदा ने बढ़ाई लोन की दरें
बैंक ऑफ बड़ौदा (BoB) ने रेपो-रेट लिंक्ड लेंडिंग रेट (RRLR) में 40 बेसिस प्वाइंट्स का इजाफा किया है. इस बढ़ोतरी के बाद, BoB का RRLR बढ़कर 6.9 फीसदी हो गया. नई दरें 5 मई, 2022 से लागू हो गई हैं. रिटेल लोन के लिए प्रासंगिक बड़ौदा रेपो लिंक्ड लेंडिंग रेट BRLLR 6.90 फीसदी है.
ICICI बैंक लोन भी हुआ महंगा
प्राइवेट सेक्टर के बड़े बैंक आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) ने अपने एक्सटर्नल बेंचमार्क लेंडिंग रेट को 40 बेसिस प्वाइंट्स को बढ़ा दिया. एक्सटर्नल बेंचमार्क लेंडिंग रेट वह दर है जिस पर बैंक अपने कई तरह का लोन देता है. बढ़ोतरी के बाद यह 8.10 फीसदी हो गया है.ICICI बैंक के ग्राहकों को अब पहले मुकाबले महंगा लोन मिलेगा, जिसे चुकाने के लिए अब पहले के मुकाबले ज्यादा EMI भरनी होगी.
इसके अलावा, आईडीबीआई बैंक (IDBI Bank) ने भी अपनी ब्याज दरों में 40 बेसिस प्वाइंट्स का इजाफा किया है.
क्या है EBLR?
EBLR यानी एक्सटर्नल बेंचमार्च लेंडिंग रेट्स, वो ब्याज दरें होती हैं जिसे कोई भी बैंक रिजर्व बैंक के रेपो रेट जैसे बाहरी बेंचमार्च के आधार पर तय करते हैं. EBLR एक न्यूनतम ब्याज दर होती है, जिस पर कोई भी बैंक अपने ग्राहक को कर्ज देता है.
SBI भी कर्ज महंगा करने की तैयारी में
इन बैंकों के बाद देश का सबसे बड़ा सरकारी बैंक ने SBI ने भी कर्ज महंगा करने के संकेत दिए हैं. 13 मई से पहले ALCO की बैठक में दरें बढ़ाने पर फैसला हो सकता है. बैंक रेपो रेट में 40 बेसिस प्वाइंट बढ़ोतरी को ग्राहकों पर पास ऑन करेगा. 13 मई की SBI की बोर्ड बैठक में इस पर फैसला होगा. बढ़ी हुई दरें 1 जुलाई से प्रभावी होगी.