जयपुर: जोधपुर कमिश्नरेट में तैनात युवा आईपीएस अधिकारी हेमंत कलाल के खिलाफ एक गंभीर विवाद सामने आया है। उन पर आरोप है कि उन्होंने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए एक व्यक्ति को अवैध रूप से हिरासत में लिया। यह मामला करीब एक महीने पुराना है, लेकिन अब यह राजस्थान हाईकोर्ट तक पहुंच गया है, जिसके बाद यह प्रकरण फिर से सुर्खियों में आ गया है।
आईपीएस हेमंत कलाल वही अधिकारी हैं जिन्होंने हाल ही में जोधपुर सेंट्रल जेल में अवैध गतिविधियों का पर्दाफाश किया था, लेकिन अब खुद कानूनी जाल में फंसते हुए नजर आ रहे हैं। हेमंत कलाल पर आरोप है कि वे अपनी बहन के केस को लेकर दबाव बना रहे थे। उनकी बहन ने अपने पति देवेंद्र कलाल और ससुराल वालों पर दहेज प्रताड़ना का मुकदमा दर्ज कराया था।
इस मामले में एक और गंभीर आरोप है कि हेमंत कलाल ने देवेंद्र कलाल के मोबाइल की ट्रैकिंग करवाई और 25 फरवरी को जब देवेंद्र जयपुर आए थे, तो श्याम नगर पुलिस थाने के एक सिपाही और एक प्राइवेट व्यक्ति के साथ उन्हें अवैध रूप से हिरासत में ले लिया। देवेंद्र को करीब 6 घंटे तक पुलिस थाने में रखा गया, जिसके बाद उन्होंने उच्च न्यायालय का रुख किया। कोर्ट ने मामले में श्याम नगर थाना प्रभारी, हेमंत कलाल और अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। मामले की सुनवाई अब 15 अप्रैल को होगी।
हालांकि, हेमंत कलाल पहले भी सुर्खियों में रहे हैं। वे जोधपुर सेंट्रल जेल के औचक निरीक्षण के दौरान अवैध गतिविधियों का खुलासा कर चुके हैं, जिसके बाद जेल प्रशासन के खिलाफ कार्रवाई की गई थी। अब देखने वाली बात यह होगी कि हाईकोर्ट में यह मामला किस दिशा में जाता है और क्या पुलिस और संबंधित अधिकारियों के खिलाफ ठोस कार्रवाई होती है।