उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ (Aligarh) जहरीली शराब कांड में पुलिस की विभागीय जांच और मजिस्ट्रेट जांच में पुलिस को प्रथम दृष्टया लापरवाही का दोषी माना गया है. इसके चलते अलीगढ़ में तैनात 2 इंस्पेक्टर, 8 सब इंस्पेक्टर समेत 15 के तबादले किए गए हैं. इतना ही नहीं पुलिस (UP Police) मुख्यालय ने इन सभी को जिला पुलिस की तैनाती से भी हटा दिया है. इन सभी के प्रदेश की अलग-अलग ट्रेनिंग सेंटर या पुलिस कार्यालय में तबादले कर दिए हैं. तबादले का आदेश जिला पुलिस मुख्यालय से मिलने पर इन्हें जिले से कार्यमुक्त कर दिया जाएगा. प्रदेश में चर्चित रहे अलीगढ़ के जहरीली शराब कांड में लापरवाही के आरोपी पुलिसकर्मियों पर पुलिस महानिदेशालय की निगाह टेढ़ी हो गई.
जनपद में तैनात दो इंस्पेक्टर, 8 इंस्पेक्टर समेत 15 पुलिसकर्मियों को जिले की तैनाती से हटा दिया गया है. इन सभी के प्रदेश की अलग-अलग ट्रेनिंग सेंटर या पुलिस कार्यालय में तबादले कर दिए गए हैं. तबादले का आदेश जिला मुख्यालय से मिलने के बाद इन्हें तत्काल प्रभाव से हटा दिया जाएगा. अलीगढ़ के एसएसपी कलानिधि नैथानी ने जानकारी देते हुए बताया कि अलीगढ़ के चर्चित शराब कांड की जांच एसपी स्तर पर हुई. जांच में पुलिसकर्मियों अपेक्षित जिम्मेदारी नहीं निभाने के दोषी पाए गए. इनकी रिपोर्ट दी गई थी, उसी आधार पर यह तबादले हुए हैं. जो लोग दूसरे जनपदों में चले गए उनके लिए उन जनपदों के पुलिस प्रमुखों को पत्र लिखा गया है.
कहां किसका हुआ तबादला
एसएसपी ने जानकारी देते हुए बताया पुलिस महानिदेशालय स्तर से जिनके तबादले किए गए हैं, उनमें घटना के समय खैर इंस्पेक्टर के पद पर तैनात प्रवेश कुमार को पुलिस ट्रेनिंग सेंटर जालौन, टप्पल इंस्पेक्टर के पद पर तैनात प्रवीण कुमार मान को पुलिस ट्रेनिंग सेंटर सुल्तानपुर भेजा, एसओ पिसावा के पद पर तैनात एसआई जितेंद्र भदोरिया को राज्य क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो लखनऊ, जवां के कार्यवाहक एसओ व चौकी प्रभारी रहे एसआई अरविंद को जवां के ही एसआई मोहन वीर को पुलिस ट्रेनिंग सेंटर जालौन, एसआई योगेश तिवारी को पुलिस ट्रेनिंग सेंटर मिर्जापुर चुनार, ज्वालापुरी चौकी पर रहे आशीष को ट्रेनिंग सेंटर सीतापुर, लोधा के दरोगा संदीप कुमार को पुलिस ट्रेनिंग सेंटर गोरखपुर, अमित कुमार को पुलिस ट्रेनिंग सेंटर सुल्तानपुर, एसआई मायक को पुलिस ट्रेनिंग सेंटर उन्नाव भेजा गया है.
पहले भी हो चुका है ट्रांसफर
वहीं सिपाही श्रवण कुमार और हर्ष कुमार को सीतापुर, धर्मेंद्र को डीजीपी मुख्यालय रोहित को मिर्जापुर चुनार, आलोक को गोरखपुर भेजा गया है. ये वो पुलिसकर्मी हैं, जो इस घटना के बाद से जिले में ही तैनात थे. इन सभी को तबादला आदेश आने पर कार्यमुक्त किया जाएगा. इस घटना के बाद अधिकारियों के निर्देश पर एसपी सिटी स्तर से पुलिस भूमिका की जांच कराई गई थी. जांच रिपोर्ट में इन सभी को अपने कार्य के प्रति अपेक्षित जिम्मेदार नहीं होने का दोषी माना गया है. इसके अलावा आधा दर्जन दरोगा और भी इस जांच की जद में आए थे. इनका पहले गैर जनपद में तबादला कर दिया गया था.