अलीगढ़
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के भौतिकी विभाग में अंतर्राष्ट्रीय खगोल विज्ञान दिवस 2022 मनाया गया। यह आयोजन वर्ष 1973 से दुनिया भर में लोगों के बीच खगोल विज्ञान के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए 2 मई को विश्व स्तर पर मनाया जाता है।
मुख्य वक्ता डॉ सुधीर कुमार गुप्ता ने ब्रह्मांड की उत्पत्ति, इसके विकास, ब्रह्मांड की अंतर्निहित ज्यामिति और संबंधित भौतिकी सिद्धांतों के बारे में बात की। उन्होंने यह भी चर्चा की लगभग चौदह अरब साल पहले ब्रह्मांड की उत्पत्ति अनंत ऊर्जा घनत्व की विलक्षणता के रूप में कैसे हुई। जिससे बहुत प्रारंभिक चरण में बिग बैंग सिद्धांत और मुद्रास्फीति हुई।
उन्होंने धीमी गति से विस्तार की भी जानकारी दी जिसके कारण विभिन्न युगों में पदार्थ और ऊर्जा ने अपने अस्तित्व के लिए प्रतिस्पर्धा की। उन्होंने भौतिकी के मैट्रिक्स सिद्धांतों में ब्लैक होल, मोनोपोल और मल्टीवर्स की संभावनाओं सहित प्रकृति के विदेशी सामान के अस्तित्व की संभावनाओं पर प्रकाश डाला।
इसी के साथ ही विभाग के अध्यक्ष प्रो. भानु प्रकाश सिंह ने वर्ष 1604 में गैलीलियो गैलीली की दूरबीन की खोज के बाद से समाज के लिए खगोल विज्ञान का उपयोग करने और खगोल विज्ञान की शाखा के आधुनिक विकास में भारत की भूमिका पर प्रकाश डाला।
सैयद हसन शाहिद रिजवी ने खगोल भौतिकी के क्षेत्र में भौतिकी विभाग के योगदान पर चर्चा की। कार्यक्रम में विभाग के 60 से अधिक सदस्यों ने भाग लिया। प्रो. बीपी सिंह ने स्पीकर को धन्यवाद दिया और डॉ गुप्ता को एक स्मृति चिन्ह भेंट किया।