मिर्जापुर में रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया के आने की सुगबुहाट पर सियासी गलियारों में हलचल मच गई है। राजा भैया, केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल के खिलाफ प्रचार कर सकते हैं। राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो इससे क्षेत्रिय वोटों में बंटवारा हो सकता है।
केंद्रीय मंत्री और अपना दल (एस) की प्रमुख अनुप्रिया पटेल का बयान वायरल होने के बाद चुनाव में अब नया मोड़ आ गया है। राजा भैया की टीम ने अब मिर्जापुर में अनुप्रिया पटेल के खिलाफ चुनाव प्रचार करने का एलान किया है। चर्चा यह भी है कि स्वयं रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया भी प्रचार में आ सकते हैं। अगर ऐसा हुआ तो क्षत्रिय वोटों का बंटवारा हो सकता है। इससे भाजपा अपना दल गठबंधन को नुकसान उठाना पड़ सकता है।
अनुप्रिया का बयान कि रानी के पेट से राजा पैदा नहीं होते, लोकतंत्र में ईवीएम के बटन से राजा बनते हैं.. चर्चा में है। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल है। अनुप्रिया का यह बयान राजा भैया के समर्थकों को नागवार गुजरा और उन्होंने मिर्जापुर आकर भाजपा गठबंधन के खिलाफ चुनाव प्रचार करने की घोषणा की है। जिले में लगभग एक लाख क्षत्रिय वोटर हैं। ऐसे में अनुप्रिया पटेल को क्षत्रियों की नाराजगी का सामना करना पड़ सकता है।