City Headlines

Home Uncategorized अंतरिक्ष में 1000 साल बाद होगी ‘प्लेनेट परेड’… जानिए ये क्या होती है और पृथ्वी से कैसे दिखेंगे ग्रह?

अंतरिक्ष में 1000 साल बाद होगी ‘प्लेनेट परेड’… जानिए ये क्या होती है और पृथ्वी से कैसे दिखेंगे ग्रह?

by

अंतरिक्ष जल्द ही एक दुर्लभ संयोग का गवाह बनने वाला है. माना जा रहा है कि जल्द ही अंतरिक्ष में (Planets In Space) जो स्थिति बनने जा रही है, वो स्थिति करीब 1000 साल पहले बनी होगी. ऐसे में पूरी दुनिया एक हजार साल बाद इस संयोग की गवाह बनेगी. जी हां, सूर्य के चारों और चक्कर लगा रहे ग्रहों में चार ग्रह लंबे वक्त बाद एक लाइन (Rare Planet Alignment) में दिखाई देंगे, जो बहुत कम होता है. एस्ट्रो साइंस से जुड़े लोग और अंतरिक्ष की घटनाओं में रूचि रखने वाले लोग इस दुर्लभ समय का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं.

ऐसे में जानते हैं कि अंतरिक्ष में होने वाली ये घटना कब होगी और इस घटना में क्या खास होगा. साथ ही आपको बताएंगे कि ये स्थिति कितनी देर तक बनी रहेगी और इस पर एक्सपर्ट का क्या कहना है. साथ ही जानते हैं कि इस दुर्लभ घटना से जुड़ी और खास बातें…

एनएनआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, करीब 1000 साल बाद ये ऐतिहासिक अंतरिक्ष घटना घटित होने वाली है. बता दें कि ये दुर्लभ संयोग अप्रैल के आखिरी हफ्ते में होने वाला है, जब सूर्य के चारों तरफ घूम रहे चार ग्रह शुक्र, मंगल, बृहस्पति, शनि एक लाइन में दिखाई देंगे यानी एक के पीछे एक होंगे. बता दें कि ऐसा कम होता है कि चार ग्रह एक सीधी स्ट्रेट लाइन में आ जाएं और ऐसा करीब 1000 साल बाद होने वाला है.

एक घंटे होगी प्लेनेट परेड

पठानी समंता प्लेनेटिरियम के डेप्यूटी डायरेक्टर सुभेंदु पटनायक ने बताया है कि आकाश में ये घटना करीब एक घंटे तक रहेगी और चार ग्रहों को एक लाइन में एक घंटे तक देखा जा सकेगा. इस दुर्लभ आकाशीय घटना को प्लेनेट परेड कहा जाता है. बता दें कि प्लेनेट परेड की कोई साइंटिफिक परिभाषा नहीं है, लेकिन जब सौरमंडल में इस तरह की घटना होती है और कुछ ग्रह एक लाइन में आ जाते हैं और सौलर सिस्टम में बनने वाली इस लाइन को प्लेनेट परेड कहा जाता है.

पटनायक ने बताया कि प्लेनेट परेड करीब तीन तरह के होते हैं. एक प्लेनेट परेड में तीन ग्रह एक अलाइमेंट में होते हैं और यह काफी कॉमन होती है और हर साल यह कई बार दिखाई देते हैं. इस तरह से चार प्लेनेट एक साल में एक बार लाइन में आते हैं और पांच प्लेनेट 19 साल में एक बार लाइन में आते हैं जबकि आठ ग्रह 170 साल में एक बाद लाइन में आते हैं. लेकिन इस तरह का प्लेनेट परेड कई हजार साल में एक बार होता है, जो अब होने वाला है.

पटनायक के अनुसार, अप्रैल के आखिरी हफ्ते में जो प्लेनेट परेड होने वाली है, वो काफी दुर्लभ होती है. इसमें चार ग्रह शुक्र, मंगल, बृहस्पति, शनि एक लाइन में होंगे और ये ईस्टर्न स्काई में होगा. स्पेस साइंस में ऐसी घटना बहुत मुश्किल मानी जाती है. ये स्थिति एक घंटे तक बनी रहेगी. बता दें कि ऐसी घटना इससे पहले 947 एडी में बनी थी और पृथ्वी के एंगल से ये बेहत खास है, जिसे धरती से देखा जा सकता है.

Leave a Comment